अल्लाह किसे कहते हैं? allah kise kehte hain

allah kise kehte hain,allah kise kahate hain

मोहम्मद सरताज नूरी
बरेली शरीफ

अल्लाह एक अरबी भाषा का नाम है जिसका माना होता है माबूद (जिसकी इबादत की जाए) फारसी में अल्लाह को खुदा कहते हैं। (खुदा का मतलब होता है खुद ही आने वाला और मौजूद होने वाला) हर ज़बान (language) में अल्लाह को अलग अलग नाम से पुकारते हैं।

अल्लाह तआला एक है और वह हमेशा से है और हमेशा रहेगा अल्लाह तआला कुरआने पाक में फरमाता है।

तुम फरमाओ वह अल्लाह है!वह एक है अल्लाह बेनियाज़ है! ना उसकी कोई औलाद और ना वह किसी से पैदा हुआ और ना उसके जोड़ का कोई। अल क़ुरआन (सूरह अल इख्लास-112)

अल्लाह ही है जिसकी इबादत की जाए वही सबसे अफज़ल है जैसा के कुरआने पाक में अल्लाह तआला फरमाता है-

अल्लाह ही हक़ है और उसके सिवा जिसे पूजते हैं वही बातिल हैं और इसलिए के अल्लाह ही बुलंदी बढ़ाई वाला है। अल क़ुरआन (सूरह अल बकरा-आयत 255)

 अल्लाह तआला ही तमाम जहान का मालिक है उसी ने सारी कायनात को पैदा किया वही जिंदगी और मौत देने वाला है वही रोज़ी देता है उसके सब मोहताज हैं वह सबका मालिक है सब कुछ उसी के इख्तियार में है जैसा कि कुरआन ए पाक में है।

वह जो रब है आसमानों और ज़मीन का और जो कुछ इनके दरमियान है अगर तुम्हें यकीन हो!उसके सिवा किसी की बंदगी नहीं वह जिलाये और मारे तुम्हारा रब!और तुम्हारे अगले बाप दादा का रब। अल क़ुरआन (सूरह अल दुखान आयत 7-8)

 अल्लाह तआला एक है उसका कोई शरीक नही वही सबका मालिक है वह जाहिर और छुपी हर चीज़ को जानता है और देखता है कोई चीज़ उसके इल्म से बाहर नहीं है जैसा कि कुरआन ए पाक में फरमाया गया।

उस जैसा कोई नहीं और वही सुनता देखता है। अल क़ुरआन (सूरह अल शुरा आयत-11)

 अल्लाह तआला की ज़ात हमेशा से है और हमेशा रहेगी उसकी तमाम खूबियां भी हमेशा से हैं वह बे ऐब है उसको जब भी याद किया जाए हमेशा अच्छे नामों से याद किया जाए जैसा कि उसकी शान है। कुरआन ए पाक में है

और अल्लाह ही के हैं बहुत अच्छे नाम तो उसे उन से पुकारो और उन्हें छोड़ दो जो उसके नामों से हक से निकलते हैं वह जल्द अपना क्या पाएंगे। अल क़ुरआन (सूरह आराफ-आयत 180)

हमें चाहिए हम अल्लाह तआला ही की इबादत करें उसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं है उसी से मदद मांगे बेशक वही मदद फरमाने वाला है हम पर उसका एहसान और उसकी नेमतें बे इंतेहा हैं।

अल्लाह तआला की बारगाह में दुआ है अल्लाह हमें सीधे रास्ते पर चलने की तौफीक़ अता फरमाए। आमीन

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